शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

सियार कोतवाल

कौन-सा हाल
किसका हाल
कैसा समाचार
किसका समाचार,
जोंकों का राज
और सियार कोतवाल ।

2 टिप्‍पणियां:

दिगम्बर नासवा ने कहा…

सामाजिक चिंतन ..... गहरी सोच ,... सामाजिक मुद्दों पर आपकी पकड़ मजबूत है ......

kalpana lok ने कहा…

इसमें एक चीज और है.... सैया भए कोतवाल तो डर काहे का....लोकतंत्र में सिआर और कोतवाल का ही तो राज है ... छोटी- छोटी बातो में बड़ी बात कह रहे है.....अच्छी कविता है....बधाई